Paheliyan
131 se 140 tak
कातिल, पर दोषी नहीं, उजला उसका रंग,
बत्तीस दल में रहे, सदा रहे एक संग।
उत्तर – दाँत
छोटा हूँ पर बड़ा कहलाता, रोज दही की नदी में नहाता ,
उत्तर – दही बड़ा
वह पंखों के बगैर उड़ता है, मगर हवाई जहाज नहीं है,
वह इस तरह से सैर करता, क्या है भला नाम बताओ ?
उत्तर – बादल
दूध की कटोरी में काला पत्थर, जल्दी से तुम बताओ सोचकर।
उत्तर – आँख
चाची के दो कान, चाचा के नहीं कान,
चाची अति सुजान, चाचा को कुछ न ज्ञान।
उत्तर – तबा और कढ़ाही
तीन अक्षर मेरा नाम , उल्टा – सीधा एक समान।
मैं हूँ एक जाति का नाम।
उत्तर – ईसाई
पाँच अक्षर का मेरा नाम, उल्टा- सीधा एक समान।
उत्तर – मलयालम
वायुमण्डल की ऊपरी सतह पर, भाइयों में पाई जाती हूँ ,
सूर्य की कॉस्मिक विकिरण से , सभी जीव की जान बचाती हूँ।
उत्तर – वायुमण्डल
न ही मैं खाता हूँ, न ही मैं पीता हूँ, फिर भी सबके घरों की, मैं रखवाली करता हूँ।
उत्तर – ताला
न ही मैं खाता हूँ, न ही मैं पीता हूँ, फिर भी सबके घरों की, मैं रखवाली करता हूँ।
उत्तर – ताला