Paheliyan,पहेलियों की दुनिया में आपका स्वागत है, जहां रचनात्मकता और बुद्धि हमारे दिमाग को चुनौती देने और मनोरंजन करने के लिए एक साथ आते हैं। पहेलियां सदियों से मानव इतिहास का हिस्सा रही हैं, जो हमारे दिमाग का व्यायाम करने और हमारे समस्या को सुलझाने के कौशल का परीक्षण करने का एक मजेदार तरीका प्रदान करती हैं। प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक समय की पॉप संस्कृति तक, पहेलियों ने कई रूपों और विविधताओं को अपना लिया है, प्रत्येक अपने तरीके से अद्वितीय है। इस ब्लॉग में, हम पहेलियों की आकर्षक दुनिया का पता लगाएंगे, जिसमें क्लासिक ब्रेन टीज़र से लेकर नई और नई चुनौतियाँ शामिल हैं। खोज की इस यात्रा में हमसे जुड़ें और देखें कि क्या आपके पास रहस्य को सुलझाने के लिए क्या है। क्या आप अज्ञात की चुनौती लेने के लिए तैयार हैं? चलो शुरू करें!
Paheliyan:
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जिसके आगे जी, जिसके पीछे जी,
नहीं बताओगे तो पड़ेंगे डंडेजी।
उत्तर – जीजाजी
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हरा घेरा पीला मकान, उसमें रहता काला इंसान।
उत्तर – पपीता
413
एक गाड़, दो बाहिया, मोड़ ससुर के हैया।
उत्तर – लंगोट
414
खड़ा द्वार पर ऐसा घोड़ा, जिसने चाहा पेट मरोड़ा।
उत्तर – ताला
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छोटा – सा काला घर, पर चलता है , इधर -उधर।
उत्तर – छाता
416
कट -कट गया हुआ हल, सब्जी खाएंगे उसे हम कल ?
उत्तर – कटहल
417
ऐसा कौन -सा अनाज है, जिसकी टेढ़ी नाक है ?
उत्तर – चना
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दाने – दाने गिनती जाती , दादी -अम्मा रोज फिराती ?
उत्तर – माला
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पूंछ लगाकर उसकी मुँह में, उगले धुआं रमजानी।
उत्तर -हुक्का
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लाल – लाल पट, गोल -गोल ,खाने का समय हाय हाय।
उत्तर – मिर्च