Jokes, ऐसा लगता है जैसे आप चुटकुलों का विवरण मांग रहे हैं। चुटकुले हास्य का एक रूप है जिसमें लोगों में हंसी और मनोरंजन पैदा करने के लिए चतुर शब्दों का खेल, अप्रत्याशित मोड़ या बेतुकी स्थितियाँ शामिल होती हैं। वे अक्सर हास्य प्रभाव पैदा करने के लिए वाक्यों, दोहरे अर्थों या अतिशयोक्ति पर भरोसा करते हैं। चुटकुले विभिन्न प्रारूपों में पाए जा सकते हैं, जैसे एक-पंक्ति वाले, उपाख्यान, नॉक-नॉक चुटकुले और भी बहुत कुछ।
किसी चुटकुले की प्रभावशीलता अक्सर आश्चर्य के तत्व और यह अपेक्षाओं को नष्ट करने के तरीके पर निर्भर करती है। एक अच्छी तरह से तैयार किया गया चुटकुला दर्शकों के बीच मनोरंजन की साझा भावना पैदा करने के लिए भाषा, सांस्कृतिक संदर्भों या सामान्य स्थितियों के साथ खेल सकता है।
चुटकुले विभिन्न उद्देश्यों की पूर्ति कर सकते हैं, जिनमें हास्य राहत प्रदान करना, सामाजिक स्थितियों में बर्फ़ तोड़ना, या बस खुशी फैलाना शामिल है। हालाँकि, हास्य व्यक्तिपरक हो सकता है, और जो एक व्यक्ति को मज़ेदार लगता है, वह दूसरे को नहीं लग सकता है। चुटकुले हल्के और चंचल से लेकर अधिक तीखे या व्यंग्यात्मक तक हो सकते हैं, इसलिए उन्हें साझा करते समय संदर्भ और दर्शकों पर विचार करना महत्वपूर्ण है।
Jokes:
41
एक आदमी अपने दोस्त से बोला, “तू जानता है, मेरी बीवी बहुत प्यारी है, पर जब वो बोलती है, तो लगता है कि रेडियो बज रहा हो!”
दोस्त ने हंसते हुए कहा, “क्यों, क्या वो गाती है?”
आदमी ने उत्तर दिया, “नहीं, बस उसकी बातें स्टेशन पर ही रुकती नहीं!”
42
संता: यार, तू जानता है की बीवी मेरे साथ बहुत प्यार से बातें करती है?
बंता: वाकई? कैसे?
संता: हां, जब मैं कुछ कहता हूँ, तो वो मेरी बातों को अपने एक कान से सुनती है और दूसरे कान से निकाल देती है।
43
संता: भगवान, मुझे एक बच्चा दे दो, प्लीज!
भगवान: ठीक है, पर एक शर्त पर। संता: कौन सी शर्त?
भगवान: तुम्हें जब बच्चा मिले, तो तुम उसे जोक्स का एक बड़ा और एक छोटा पाठ पढ़ाना होगा।
संता: वो कैसा जोक्स हो सकता है? भगवान: बड़ा वाला –
सास: बेटा, तुझे कैसा पता चला कि तू परी के पीछे जा रहा है? छोटा वाला –
बेटा: पापा, परी की ट्रेन थी, उसमें लिखा था ‘परीवहनी’।
44
एक छोटे से गांव में एक आदमी ने एक खरगोश को पाल रखा था। एक दिन, उसके दोस्त ने उससे पूछा, “तुमने खरगोश को पाल कर क्या हासिल किया?”
आदमी ने मुस्कराते हुए उत्तर दिया, “वो बिल्कुल खरीद रहा है!”
दोस्त अचंभित हो गया, “कैसे? खरीद रहा है?”
आदमी ने बताया, “देखो, रोज़ वो दौड़कर जाता है, मैंने सोचा कि वो कहीं दौड़ते दौड़ते थक जाएगा और फिर मैं उसे बेच दूंगा!”
45
एक बार की बात है, एक गधा और एक खरगोश दोस्त थे। गधा बहुत ही समझदार था, जबकि खरगोश बहुत ही बुद्धिमान बनना चाहता था। खरगोश ने सोचा कि वह गधे को दिखा देगा कि उसके पास कितनी तेजी है।
खरगोश ने गधे को चुनौती दी, “तुम मुझे दौड़ में हराने की कोशिश करो।”
गधा ने मुस्कुराते हुए कहा, “तितली, तुम दौड़ने के लिए तैयार हो जाओ, मैं तो अब तक दौड़ता ही नहीं हूँ, सिर्फ अपने खयालों में ही।”
खरगोश की तेज दौड़ से उसने सोचने की गलती समझी और गधे की बुद्धिमता की प्रशंसा की।