Paheliyan
331 se 340 tak
खेत है मिटृटी नहीं, नदी है पानी नहीं।
उत्तर – तस्वीर
तीन अक्षर का मेरा नाम, उल्टा सीधा एक समान।।
उत्तर – जहाज
ऊपर गोल – गोल, पर्दा निचे फांक।
उत्तर – नारंगी
एक नगर में गाछ गछौला, एक नगर में कुवां,
एक नगर में आग लगी थी, एक नगर में घुआँ।
उत्तर – हुक्का
छोटी चिड़िया फुलकए, सौसे दुनियां लुटल जाय।
उत्तर – आग
मारे तो मेरे नहीं, बिन मारे मर जाये ,
खाय तमाचा शीर करे, मुर्दा आता खाय।
उत्तर – ढोलक
माँस खाय मास =, मुँगठीं खाय बरस दिन,
ह्रड्डी गुड्रडी पड़ा हिअ, जानवर भी खड़ा है।
उत्तर – आम
दो माँ, दो बेटी, रोटी पकाय तीन,
एक रोटी सब खायेगी, कैसे दोगे गिन।
उत्तर – माँ,
जब चली हम कुँआरी, तब पहिरली दोबर साड़ी ,
जब भेला हम जोगन जोग, सड़िया खोल- खोल देखे लोग।
उत्तर – मकई का बाल