Paheliyan
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एक महल बसी कोठरी सब है फाटकदार।
खोले तो दरवाजा मिले न राजा , पहरेदार।।
उत्तर= प्याज
बेशक न हो हाथ में हाथ,
जीता है वह आपके साथ।
उत्तर=परछाई
एक पहेली सदा नवेली जो बुझे सो जिन्दा,
जिन्दा में से मुर्दा निकले मुर्दा में से जिन्दा।
उत्तर=अण्डा
जो तुझमें है वह उसमे नहीं,
जो झंडे में है वह डंडे में नहीं।
उत्तर=झ
तीन अक्षर का मेरा नाम, प्रथम कटे तो शास्त्र बनूं।
मध्य कटे तो बनूं मैं आन, बोलो क्या है मेरा नाम?
उत्तर=आँगन
आगे से गाँठ गठीला, पीछे से वो टेढ़ा।
हाथ लगाए कहर खुदा का, बुझ पहेली मेरा।
उत्तर=बिच्छू
कमर बाँध कोने में पड़ी ,
बड़ी सबेरे अब है खड़ी।
उत्तर= झाड़ू
एक घोड़ा ऐसा जिसकी छः टांगे दो सुम।
और तमाशा ऐसा देखा पीठ के ऊपर दुम।।
उत्तर= तराजू
हाल पानी देखकर बहुत ताज्जुब आए,
दरख्त में डूबा भरा, डालियाँ प्यासी जाए।
उत्तर= ओस
हाल पानी देखकर बहुत ताज्जुब आए,
दरख्त में डूबा भरा, डालियाँ प्यासी जाए।
उत्तर= ओस