Paheliyan  41 se 50 tak

एक महल बसी कोठरी सब है फाटकदार। खोले तो दरवाजा मिले न राजा , पहरेदार।। उत्तर= प्याज

बेशक न हो हाथ में हाथ, जीता है वह आपके साथ। उत्तर=परछाई

एक पहेली सदा नवेली जो बुझे सो जिन्दा, जिन्दा में से मुर्दा निकले मुर्दा में से जिन्दा। उत्तर=अण्डा

जो तुझमें है वह उसमे नहीं, जो झंडे में है वह डंडे में नहीं। उत्तर=झ

तीन अक्षर का मेरा नाम, प्रथम कटे  तो शास्त्र बनूं। मध्य कटे तो बनूं मैं आन, बोलो क्या है मेरा नाम? उत्तर=आँगन

आगे से गाँठ गठीला, पीछे से वो टेढ़ा। हाथ लगाए कहर खुदा का, बुझ पहेली मेरा। उत्तर=बिच्छू

कमर बाँध कोने  में पड़ी , बड़ी सबेरे अब है खड़ी। उत्तर= झाड़ू

एक घोड़ा ऐसा जिसकी छः टांगे  दो सुम। और तमाशा ऐसा देखा पीठ के ऊपर दुम।। उत्तर= तराजू

हाल पानी  देखकर बहुत ताज्जुब आए, दरख्त में डूबा भरा, डालियाँ प्यासी जाए। उत्तर= ओस

हाल पानी  देखकर बहुत ताज्जुब आए, दरख्त में डूबा भरा, डालियाँ प्यासी जाए। उत्तर= ओस