Aisi konsi cheez hai paheliyan, पहेलियों की दुनिया में आपका स्वागत है, जहां रचनात्मकता और बुद्धि हमारे दिमाग को चुनौती देने और मनोरंजन करने के लिए एक साथ आते हैं। पहेलियां सदियों से मानव इतिहास का हिस्सा रही हैं, जो हमारे दिमाग का व्यायाम करने और हमारे समस्या को सुलझाने के कौशल का परीक्षण करने का एक मजेदार तरीका प्रदान करती हैं। प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक समय की पॉप संस्कृति तक, पहेलियों ने कई रूपों और विविधताओं को अपना लिया है, प्रत्येक अपने तरीके से अद्वितीय है। इस ब्लॉग में, हम पहेलियों की आकर्षक दुनिया का पता लगाएंगे, जिसमें क्लासिक ब्रेन टीज़र से लेकर नई और नई चुनौतियाँ शामिल हैं। खोज की इस यात्रा में हमसे जुड़ें और देखें कि क्या आपके पास रहस्य को सुलझाने के लिए क्या है। क्या आप अज्ञात की चुनौती लेने के लिए तैयार हैं? चलो शुरू करें!
Aisi konsi cheez hai paheliyan:
161
नया खजाना घर में आया, डब्बे में संसार समाया,
नया करिश्मा बेजोड़ी का, नाम बताओ इस योगी का ?
उत्तर – टेलीवजन
162
हरा डिब्बा पीला मकान, उसमें बैठे कल्लू राम ?
उत्तर – पपीता और बीज
163
सर के नीचे दबी रहे, लेकिन चूं तक न करती है,
बच्चों, बोलो कौन है वो, जो साथ तुम्हारे सोती है।
उत्तर – तकिया
164
सात गाँठ की रस्सी, गाँठ-गाँठ में रस,
इसका उत्तर जो बताये, नाकु भैया देंगे रूपये दस।
उत्तर – जलेबी
165
मैं हूँ नन्हा सा एक डिब्बा, मेरे अन्दर बहुत सामान,
राबर्ट हुक है खोजी मेरे, मेरे बिना जीना हराम।
उत्तर – कोशिका
166
बटन दबाते ही जो, मिनटों में हल करे सवाल,
देखो बच्चों विज्ञान का, है न अच्छा कमान।
उत्तर – कैलकुलेटर
167
पत्थर की नाव पर, बैठा सवार,
चलती नहीं नाव, पर चलता सवार।
उत्तर – सील-बट्टा
168
खरीदने पर काला, जलाने पर लाल ,
फेंकने पर सफेद, कैसा है कमान?
उत्तर – कोयला
169
आदि कटे तो बड़ी बने, अन्त कटे तो भगवान,
बच्चों, उसका नाम बताओ, खाओ मिष्ठान ?
उत्तर – रबड़ी
170
एक गुफा के रखवाले, दोनों लम्बें, दोनों काले।
उत्तर – मूंछे