Paheliyan , पहेलियों की दुनिया में आपका स्वागत है, जहां रचनात्मकता और बुद्धि हमारे दिमाग को चुनौती देने और मनोरंजन करने के लिए एक साथ आते हैं। पहेलियां सदियों से मानव इतिहास का हिस्सा रही हैं, जो हमारे दिमाग का व्यायाम करने और हमारे समस्या को सुलझाने के कौशल का परीक्षण करने का एक मजेदार तरीका प्रदान करती हैं। प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक समय की पॉप संस्कृति तक, पहेलियों ने कई रूपों और विविधताओं को अपना लिया है, प्रत्येक अपने तरीके से अद्वितीय है। इस ब्लॉग में, हम पहेलियों की आकर्षक दुनिया का पता लगाएंगे, जिसमें क्लासिक ब्रेन टीज़र से लेकर नई और नई चुनौतियाँ शामिल हैं। खोज की इस यात्रा में हमसे जुड़ें और देखें कि क्या आपके पास रहस्य को सुलझाने के लिए क्या है। क्या आप अज्ञात की चुनौती लेने के लिए तैयार हैं? चलो शुरू करें!
Paheliyan :
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एक में एक नहीं, रात हजार,
रात भर चमके, काला बाजार।
उत्तर – तारा
362
हजार लाख में रहे अँधेरा,
मात्र एक में ही उजाला।
उत्तर – चाँद
363
जितना काटो बढ़ती जाय,
तुममें कोई नाम बताय।
उत्तर – गढ़ा
364
चलती में चान चून, बद्री में रेखा,
हाय रे प्राण तुझे, कभी न देखा।।
उत्तर – इन्द्रधनुष
365
चार अंगुल पेड़, सवा मन पत्ता।
फले बारी -बारी, पके एक बार।।
उत्तर – कुम्हार का चाक
366
मैं काली हूँ काली, जंगल में रहती हूँ।
बाल खाना खाती हूँ, बोलो मैं कौन हूँ।।
उत्तर – ढीला
367
एक छोटा – सा बन्दर,
जो उछले पानी के अन्दर।
उत्तर – मेढ़क
368
ऐसा शब्द लिखिये जिसमे,
फूल, मिठाई फल बन जाये।
उत्तर – गुलाब जामुन
369
मैं मरुँ मैं काटूं , तुम्हें क्यों आँसू आए।
उत्तर – प्याज
370
तीन अक्षर का मेरा नाम , उल्टा सीधा एक समान।
उत्तर – जहाज