Paheliyan, पहेलियों की दुनिया में आपका स्वागत है, जहां रचनात्मकता और बुद्धि हमारे दिमाग को चुनौती देने और मनोरंजन करने के लिए एक साथ आते हैं। पहेलियां सदियों से मानव इतिहास का हिस्सा रही हैं, जो हमारे दिमाग का व्यायाम करने और हमारे समस्या को सुलझाने के कौशल का परीक्षण करने का एक मजेदार तरीका प्रदान करती हैं। प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक समय की पॉप संस्कृति तक, पहेलियों ने कई रूपों और विविधताओं को अपना लिया है, प्रत्येक अपने तरीके से अद्वितीय है। इस ब्लॉग में, हम पहेलियों की आकर्षक दुनिया का पता लगाएंगे, जिसमें क्लासिक ब्रेन टीज़र से लेकर नई और नई चुनौतियाँ शामिल हैं। खोज की इस यात्रा में हमसे जुड़ें और देखें कि क्या आपके पास रहस्य को सुलझाने के लिए क्या है। क्या आप अज्ञात की चुनौती लेने के लिए तैयार हैं? चलो शुरू करें!
Paheliyan:
381
ऐसा क्या है? जिसे हमें छू नहीं सकते,
पर देख सकते हैं।
उत्तर – स्वपन
382
एक चीज ऐसी कहलाए।
हर मजहब का आदमी खाए।
उत्तर – कसम
383
मैं छोटा सा फ़क़ीर, मेरे पेट में है लकीर।
उत्तर – गेहूं
384
वह क्या है? जो होता छोटा, पर कहलाता बड़ा।
उत्तर – दही बड़ा
385
चाँद सा मुखड़ा, तन चमकीला, सभी को भाता फिर भी, जल्दी न आता।
उत्तर – रूपया
386
सबके मुंह काला, एक छुछन्दर निकल भागे ,
जग भये उजाला।
उत्तर – माचिस
387
हाथ पैर लकड़ी पेट गढ़ा, जो न समझे बाप गधा।
उत्तर – नाथ
388
तीन अक्षर का मेरा नाम, उल्टा सीधा एक समान।
उत्तर – जहाज, कनक
389
खेत है मिट्रटी नहीं, नदी है पानी नहीं।
उत्तर – तस्वीर
390
दो अक्षर का मेरा नाम, उल्टा सीधा एक समान।
उत्तर – जज , शीशी , चाचा