Paheliyan,पहेलियों की दुनिया में आपका स्वागत है, जहां रचनात्मकता और बुद्धि हमारे दिमाग को चुनौती देने और मनोरंजन करने के लिए एक साथ आते हैं। पहेलियां सदियों से मानव इतिहास का हिस्सा रही हैं, जो हमारे दिमाग का व्यायाम करने और हमारे समस्या को सुलझाने के कौशल का परीक्षण करने का एक मजेदार तरीका प्रदान करती हैं। प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक समय की पॉप संस्कृति तक, पहेलियों ने कई रूपों और विविधताओं को अपना लिया है, प्रत्येक अपने तरीके से अद्वितीय है। इस ब्लॉग में, हम पहेलियों की आकर्षक दुनिया का पता लगाएंगे, जिसमें क्लासिक ब्रेन टीज़र से लेकर नई और नई चुनौतियाँ शामिल हैं। खोज की इस यात्रा में हमसे जुड़ें और देखें कि क्या आपके पास रहस्य को सुलझाने के लिए क्या है। क्या आप अज्ञात की चुनौती लेने के लिए तैयार हैं? चलो शुरू करें!
Paheliyan:
711
पेट में अंगुली, सिर पर पत्थर।
उत्तर – अंगूठी
712
एक साथ आए दो भाई, बिन इनके दूर शहनाई,
पीटें, तब ये देते संगत, फिर आए महफ़िल में रंगत।
उत्तर – तबला
713
नाव रहे पत्थर की, पत्थर ही है सवार,
नाव स्थिर, सवार चलत, उत्तर देओ विचार।
उत्तर – सील – बट्टा
714
काला है, पर ना है काग, बिन सीखे गावे सब राग।
उत्तर – ग्रामोफोन का रिकॉर्ड
715
भैया करे एक बार, भाभी करे बार – बार।
उत्तर – सिंदूर
716
छोटा बदन, रेखाएं तीन, दाना खाए हाथ से बिन।
उत्तर – गिलहरी
717
बड़े – घटै पर चंद्र नहीं, श्याम बर्ण, हरी नहीं।
बन्धे काम आवत रहै, जग – भर में हो चाह।
उत्तर – रबर
718
वन फरे वनगुल्ला फरे, फरे पच्चीसो डाल।
चील – कौआ नहिं चखे, मानुस मुंह में डाल।
उत्तर – सुपारी
719
बरी रहूं धड़ के बिना, करि बनूँ सीर हीन।
पैर कटे तो बक बनूँ, अक्षर केवल तीन।
उत्तर – बकरी
720
बाल नुचे, कपड़े फटे, मोती को लिया उतार।
यह विपदा जो देते है, सजा न पाए यार।
उत्तर – भुटटा